Shen Shenn
3 yr. ago
*जो पेड़ जितना अधिक फलदार होगा वह उतना ही झुका होता है। वैसे ही पका हुआ फल नरम व मीठा होता है और कच्चा फल सख्त व कषैला स्वाद का होता है। उसी तरह कुछ गुण व्यक्तियों के भी पहचाने जाते हैं।*व्यक्ति जितना ज्ञानी व शिक्षित होता जाता है उतना ही नरम व मृदुल होता जाता है। उसके हर शब्द में सार्वजनिक चिंतन होता है व्यक्तिगत मतभेदों से कम सरोकार रखता है।उसके प्रत्येक कदम में सबका हित होता है, निजी स्वार्थ या व्यक्ति घृणा से दूर रहने का प्रयास करता है। यदि व्यक्तिगत मतभेद सामाजिक मतभेद का रूप ले ले तो इससे व्यक्तिगत तो अहित होता है ही लेकिन उससे कहीं ज्यादा सामाजिक नुकसान होता है।*

🙏🙏🙏🙏
Mr. Bharat
4 yr. ago
😂😂😂😛😛😛😜😜😜
सबसे #हास्यास्पद तो ये है की #कांग्रेस की दुर्दशा पर चिंतन भी...
#राहुल_गांधी से करवाया जा रहा है,

जो खुद #चिंतन का कारण है..!!!!
😂😂😝😝
Mr. Bharat
4 yr. ago

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